*जलवायु : परिस्थितियां*
_भारत की जलवायु मानसूनी जलवायु है यहां की जलवायु परिस्थितियों के सामान्य रूप से मानसून पूर्व की स्थिति मानसून काल एवं मानसून वापस सी के कालक्रम में बांटा जा सकता है!_
_मानसून पूर्व की स्थिति में देश में भयंकर गर्मी पड़ती है , कई स्थानों पर तेज आंधियां एवं गर्म हवा चलती है उत्तरी भारत में निम्न वायुदाब विकसित हो जाता है, इससे पौधों की दिशा में परिवर्तन हो जाता है , पवन एक तीव्र वेग से समुद्र से स्थूल की ओर बढ़ती है!_
_मानसून काल आने पर दक्षिण- पश्चिम से आने वाली पवन अरब सागर के मानसून ने बंगाल की खाड़ी के मानसून के रूप में भारत में वर्षा करती है यह कल वर्षा काल कहा जाता है , मानसून लापसी का समय शीत ऋतु एवं ग्रीष्म से संबंधित है_
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*भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले कारण *
*1. समुद्र तल से ऊंचाई-*
*2. समुद्र से दूरी -*
*3. अक्षांशीय स्थिति -*
*4. पर्वतों की स्थिति-*
*5. पर्वतों की दिशा-*
*6.पवनों की दिशा-*
*7. उच्चस्तरीय भाई संचरण-*
*2. समुद्र से दूरी -*
*3. अक्षांशीय स्थिति -*
*4. पर्वतों की स्थिति-*
*5. पर्वतों की दिशा-*
*6.पवनों की दिशा-*
*7. उच्चस्तरीय भाई संचरण-*
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*1. समुद्र तल से ऊंचाई-*
_किसी भी स्थान की ऊंचाई से वहां पर तापमान से विपरीत संबंध है सामान्यतः प्रति 165 मीटर की ऊंचाई पर 1' से.ग्रे. तापमान कम होता जाता है। इसके स्वरूप हिमालय के उच्च स्थानों पर सदैव बर्फ जमी रहती है एक ही अक्षांश पर स्थित होते हुए भी ऊंचाई की भिन्नता के कारण ग्रीष्मकालीन औसत तापमान मसूरी में 24'से.ग्रे देहरादून 32 से.ग्रे अंबाला में 40 से.ग्रे रहता है।_
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*2. समुद्र से दूरी -*
_समुद्र तट पर स्थित नगरों में तापांतर अति न्यून रहता है। तथा जलवायु नम रहती है। जैसे-जैसे समुद्र से दूरी बढ़ती जाती है ।वैसे-वैसे विषमता अर्थात तापांतर एवं शुष्कता बढ़ती जाती है। पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में वर्षा का वार्षिक औसत 200 से.मी. से अधिक से अधिक जैसलमेर से यह औषध घटते-घटते 5 से.मी. रह जाता है।_
_समुद्र तट पर स्थित नगरों में तापांतर अति न्यून रहता है। तथा जलवायु नम रहती है। जैसे-जैसे समुद्र से दूरी बढ़ती जाती है ।वैसे-वैसे विषमता अर्थात तापांतर एवं शुष्कता बढ़ती जाती है। पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में वर्षा का वार्षिक औसत 200 से.मी. से अधिक से अधिक जैसलमेर से यह औषध घटते-घटते 5 से.मी. रह जाता है।_
*3. अक्षांशीय स्थिति -*
_यह तापमान को प्रभावित करने वाला सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारण है बढ़ते हुए अक्षांश के साथ तापमान में कमी आती जाती है। क्योंकि सूर्य की किरणों का तिरछापन बढ़ता जाता है।_
_इस से सूर्य ताप की मात्रा प्रभावित होती है कर्क रेखा भारत के लगभग मध्य से गुजरती है_
_तथा दक्षिण भारत शिवसेना प्रदेश में सम्मिलित किया जाता है।_
_इस से सूर्य ताप की मात्रा प्रभावित होती है कर्क रेखा भारत के लगभग मध्य से गुजरती है_
_तथा दक्षिण भारत शिवसेना प्रदेश में सम्मिलित किया जाता है।_
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